
रायपुर/आरंग | भारत का आईना | राजधानी रायपुर के मंदिर हसौद रोड पर शुक्रवार सुबह एक खतरनाक हादसा टल गया। विशाखापट्टनम से ओडिशा के रास्ते रायपुर आ रहा हाइड्रोक्लोरिक एसिड से भरा टैंकर अचानक रिसाव होने लगा, जिससे डेढ़ किलोमीटर तक सड़क पर एसिड फैल गया। स्थिति इतनी गंभीर थी कि कुछ देर के लिए पूरा रास्ता फिसलन भरा हो गया और दो बाइक सवार गिरकर घायल हो गए।
घटना सुबह करीब 9 बजे की है। ड्राइवर को जब टैंकर से एसिड रिसने का पता चला, तो उसने तुरंत वाहन रोका और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही मंदिर हसौद पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। सुरक्षा कारणों से ट्रैफिक को वन-वे किया गया और दोनों ओर से वाहनों को डायवर्ट कर दिया गया।
एसडीआरएफ ने रेत और केमिकल से की सफाई
एसिड फैलने से सड़क फिसलन भरी और खतरनाक हो गई थी। टीम ने मौके पर पहुंचकर रेत, केमिकल और पानी डालकर एसिड को निष्क्रिय किया और सड़क की सफाई की। इसके बाद टैंकर की मरम्मत कराई गई। लगभग दो घंटे बाद स्थिति नियंत्रण में आने पर ट्रैफिक दोबारा शुरू किया गया।
पुलिस ने बताया कि यह टैंकर भनपुरी स्थित एक फैक्ट्री के लिए हाइड्रोक्लोरिक एसिड लेकर आ रहा था। दुर्घटना के बाद किसी बड़ी क्षति की सूचना नहीं है, लेकिन घटना ने सुरक्षा प्रबंधन की पोल खोल दी है।
विशेषज्ञ की चेतावनी
डॉ. अजय सोनी, डिप्टी डायरेक्टर, एनडीपीएस ने बताया —“हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCl) बेहद खतरनाक और संक्षारक रासायनिक पदार्थ है। यह त्वचा या आंखों के संपर्क में आने पर जलन, छाले और ऊतक क्षति का कारण बन सकता है। इसकी भाप या गैस के संपर्क से सांस लेने में तकलीफ और फेफड़ों में सूजन हो सकती है। ऐसी स्थिति में तुरंत रासायनिक न्यूट्रलाइजेशन ज़रूरी होता है।”
प्रशासन को चेतावनी
स्थानीय लोगों का कहना है कि भारी रासायनिक टैंकरों की जांच और निगरानी में लापरवाही बरती जा रही है। उन्होंने मांग की है कि खतरनाक रसायनों के परिवहन के लिए सख्त सुरक्षा मानक लागू किए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।




