
📍 पटना | भारत का आईना न्यूज़ | बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, सियासी तापमान तेजी से बढ़ता जा रहा है। एक ओर बीजेपी लालू प्रसाद यादव के ‘जंगलराज’ का मुद्दा उठाकर एनडीए के विकास मॉडल को सामने रख रही है, वहीं दूसरी ओर महागठबंधन वक्फ बिल और अल्पसंख्यक वोटों को लेकर आक्रामक प्रचार में जुटा है।
महागठबंधन का घोषणापत्र कल जारी किया जाएगा, जबकि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के हालिया बयान ने राजनीतिक बहस को और तेज़ कर दिया है। तेजस्वी ने कटिहार में एक रैली के दौरान कहा था —“अगर बिहार में भाजपा सत्ता में आई तो वक्फ अधिनियम को कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा।”
इस बयान के बाद राज्य की सियासत में हलचल मच गई है। बीजेपी नेताओं ने इसे “धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला बयान” बताते हुए तीखा पलटवार किया है।
रामकृपाल यादव का पलटवार
दानापुर सीट से बीजेपी उम्मीदवार और केंद्रीय नेता रामकृपाल यादव ने कहा —“तेजस्वी यादव का सपना कभी पूरा नहीं होगा। बिहार की जनता ने आरजेडी का शासन देख लिया है। पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य ने विकास की नई दिशा पाई है।”
उन्होंने साथ ही प्रशांत किशोर पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “वे केवल प्रचार और प्रसिद्धि के लिए राजनीति कर रहे हैं, जनता उनके झांसे में नहीं आएगी।”
महागठबंधन का फोकस मुस्लिम और ग्रामीण वोट पर
वक्फ बिल पर तेजस्वी का बयान महागठबंधन की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट दलों का गठबंधन मुस्लिम वोट बैंक को अपने पक्ष में मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। वहीं, बीजेपी इस मुद्दे को धर्म आधारित राजनीति बताकर जनता के बीच पहुंचाने में जुटी है।
तेजस्वी आज सारण में रैली करेंगे
तेजस्वी यादव सोमवार को सारण में चुनावी सभा करेंगे, जहां वे शिक्षा, रोजगार और महंगाई के मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेंगे।
महागठबंधन का घोषणापत्र कल जारी किया जाएगा, जिसमें युवाओं के लिए नई नौकरियों और किसानों के लिए राहत पैकेज की घोषणा की उम्मीद है।




