‘बिग बॉस 19’ का महासंग्राम: वोटिंग की बाज़ी, किस पर गिरी गाज?
गौरव खन्ना वोटिंग में टॉप पर; कुनिका सदानंद और मालती चाहर सबसे नीचे, एलिमिनेशन का सबसे बड़ा खतरा।

भारत का आईना । राष्ट्रीय । न्यूज ब्यूरो।
फिनाले की दहलीज पर रोमांच का चरम
जैसे-जैसे देश के सबसे बड़े और विवादित रियलिटी शो ‘बिग बॉस 19’ का कारवां अपने भव्य फिनाले की ओर बढ़ रहा है, घर के अंदर की उठापटक अब निर्णायक मोड़ पर पहुँच चुकी है। हर नया हफ्ता न सिर्फ रिश्तों और रणनीतियों की नई परतें खोल रहा है, बल्कि वोटिंग ट्रेंड्स (Voting Trends) का उतार-चढ़ाव दर्शकों की नब्ज और शो के भविष्य की तस्वीर साफ कर रहा है। इस 13वें हफ्ते में, जबकि हर कंटेस्टेंट पर एविक्शन (Eviction) की तलवार लटकी है, ताजा रुझानों ने न केवल चौंकाया है, बल्कि उन दो चेहरों की पहचान भी कर दी है जिन पर घर से बेघर होने का सबसे बड़ा खतरा मंडरा रहा है।
आठ कंटेस्टेंट्स पर एविक्शन का संकट
बीते हफ्तों के लगातार और हैरान कर देने वाले एलिमिनेशन (Abhishek Bajaj, Neelam Giri, Mridul Tiwari) ने ‘बिग बॉस’ के घर में एक खौफ का माहौल पैदा कर दिया है। कप्तान शाहबाज बदेशा को छोड़कर, घर के शेष आठ सदस्य – अमाल मलिक, फरहाना भट, अशनूर कौर, गौरव खन्ना, तान्या मित्तल, कुनिका सदानंद, प्रणित मोरे और मालती चाहर – इस बार नॉमिनेटेड हैं। फैमिली वीक की भावनात्मक गर्माहट के बावजूद, बाहरी दुनिया में दर्शक अपनी पसंद और नापसंद के साथ बेहद कठोर दिख रहे हैं। वोटिंग की आखिरी तारीख (21 नवंबर, सुबह 10 बजे) नज़दीक होने के कारण, सोशल मीडिया पर सामने आ रहे शुरुआती वोटिंग ट्रेंड्स ने तस्वीर को काफी दिलचस्प बना दिया है।
गौरव खन्ना: ‘स्लो एंड स्टेडी’ गेम से टॉप पर
वोटिंग की दौड़ में, एक्टर गौरव खन्ना इस हफ्ते सबसे मजबूत दावेदार के रूप में उभरे हैं। यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है, क्योंकि कई बार शुरुआती शोर-शराबे से दूर रहने वाले गौरव ने अपनी शांत रणनीति, निष्पक्ष निर्णय और गेम को प्रभावित करने की अपनी क्षमता से दर्शकों का भारी समर्थन जुटाया है। उनकी यह लीड दर्शाती है कि दर्शक अब केवल आक्रामक खेल को ही नहीं, बल्कि सोच-समझकर, शालीनता के साथ खेलने वाले खिलाड़ियों को भी महत्व दे रहे हैं।
सुरक्षित जोन में गौरव के ठीक पीछे फरहाना भट, अमाल मलिक और तान्या मित्तल भी अपनी जगह बनाए हुए हैं। इन कंटेस्टेंट्स ने अपने व्यक्तिगत संघर्ष, मनोरंजन और टास्क में भागीदारी के कारण एक महत्वपूर्ण वोट बैंक सुनिश्चित कर लिया है।
अशनूर नहीं, ये दो कंटेस्टेंट्स सबसे पीछे
सबसे बड़ा झटका, जैसा कि रिपोर्ट में सामने आया है, वो यह है कि दर्शकों की चहेती मानी जाने वाली अशनूर कौर खतरे के क्षेत्र से बाहर हैं। इसके बजाय, खतरे की घंटी उन दो कंटेस्टेंट्स के लिए बज रही है जो लगातार दूसरे हफ्ते भी वोटिंग के पायदान पर सबसे नीचे बने हुए हैं।
ये दो कंटेस्टेंट्स हैं – कुनिका सदानंद और मालती चाहर।
इन दोनों का लगातार निचले पायदान पर रहना उनके खेल की रणनीति और दर्शकों के साथ भावनात्मक जुड़ाव की कमी को दर्शाता है। यह एक गंभीर चेतावनी है, क्योंकि ‘बिग बॉस’ के इतिहास में कम वोट अक्सर एविक्शन का सीधा कारण बनते हैं। विश्लेषकों का मानना है कि यदि इस हफ्ते घर से किसी एक या दो सदस्यों को बेघर किया जाता है, तो कुनिका और मालती पर गाज गिरने की संभावना सबसे अधिक है। यह न सिर्फ उनके गेम, बल्कि उनके ओवरऑल स्क्रीन प्रेजेंस पर भी दर्शकों के रुझान की नकारात्मक प्रतिक्रिया है।
वोटिंग का खेल और अंतिम क्षणों का ‘ट्विस्ट’
हालांकि, ‘बिग बॉस’ की प्रकृति ही अप्रत्याशित है। आखिरी मिनट की वोटिंग हमेशा से ही चौंकाने वाले नतीजे देती रही है। कई बार, निचले पायदान पर खड़े कंटेस्टेंट्स को ‘बिग बॉस’ द्वारा दिया गया अचानक का सहारा (जैसे मिड-वीक एविक्शन से बचा लेना) या फैन्स का अंतिम क्षणों में किया गया एक जोरदार प्रयास तस्वीर को पूरी तरह बदल देता है। कुनिका और मालती के लिए अभी भी कुछ घंटे शेष हैं, जहाँ एक बड़ा उलटफेर संभव है, लेकिन मौजूदा ट्रेंड्स स्पष्ट रूप से खतरे की तरफ इशारा कर रहे हैं।
यह हफ्ता ‘बिग बॉस 19’ के सफर को एक नई दिशा देगा। दर्शकों का वोट यह तय करेगा कि कौन फिनाले के और करीब जाएगा और किसका सपना अधूरा रह जाएगा।
क्या कुनिका और मालती इस खतरे से बाहर निकल पाएंगी, या फिर एक और मजबूत दावेदार को आखिरी मिनट में बड़ा झटका लगेगा? वीकेंड के वार पर सबकी निगाहें टिकी हैं।



