Breaking News

डायमंड पैरालंपिक गोल्ड मेडलिस्ट कृष्णा नागर ने जापान में रचा इतिहास, पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल चैंपियनशिप में जीते दो स्वर्ण पदक

राजस्थान के जयपुर निवासी और देश के डायमंड पैरालंपिक गोल्ड मेडलिस्ट बैडमिंटन खिलाड़ी कृष्णा नागर ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक बार फिर भारत का नाम रोशन किया है। रविवार को जापान में संपन्न हुई प्रतिष्ठित ‘ह्यूलिक दाईहत्सू जापान पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल चैम्पियनशिप’ में उन्होंने असाधारण प्रदर्शन करते हुए दोहरे स्वर्ण पदक (Two Gold Medals) जीतकर इतिहास रच दिया। उनकी यह शानदार उपलब्धि न केवल देश के खेल जगत के लिए गौरव का विषय है, बल्कि यह पैरा-एथलीटों के लिए प्रेरणा का एक नया अध्याय लिखती है।

दोहरी सफलता: एकल और युगल दोनों में गोल्ड

 

टोक्यो पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेता कृष्णा नागर ने इस चैंपियनशिप में अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी विशेषज्ञता वाली एसएच6 (SH6) कैटेगरी में दोनों गोल्ड मेडल अपने नाम किए:

  1. पुरुष एकल (Men’s Singles): कृष्णा नागर ने पुरुष एकल स्पर्धा में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। फाइनल मुकाबले में उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी पर पूरी तरह से दबदबा बनाए रखा और अपनी बेहतरीन तकनीक, फुर्ती तथा कोर्ट कवरेज का परिचय दिया।

  2. मिश्रित युगल (Mixed Doubles): एकल के साथ ही, कृष्णा ने अपनी साथी खिलाड़ी नित्या श्री सिवन के साथ जोड़ी बनाते हुए मिक्स्ड डबल्स स्पर्धा में भी स्वर्ण पदक जीता। इस जोड़ी ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन समन्वय और तालमेल दिखाया, जिसका परिणाम इस शानदार सफलता के रूप में सामने आया।

समाज और राष्ट्र का गौरव

 

कृष्णा नागर की इस दोहरी उपलब्धि पर पूरे देश में हर्ष की लहर है। विशेष रूप से, श्री नामदेव छीपा समाज को अपने इस होनहार सदस्य की सफलता पर अपार गर्व है।

कृष्णा नागर ने अपनी जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “जापान में यह दोहरी जीत हासिल करके मैं बहुत खुश हूँ। पैरालंपिक गोल्ड के बाद हर टूर्नामेंट चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन देश के लिए खेलना और राष्ट्रगान सुनना एक अद्वितीय अनुभव देता है। मैं यह सफलता अपने कोच, परिवार और मेरे सभी समर्थकों को समर्पित करता हूँ। यह जीत आगामी बड़े टूर्नामेंटों के लिए मेरे आत्मविश्वास को और मज़बूत करेगी।”

खेल प्रशासन और भविष्य की राह

 

इस उपलब्धि के महत्व को रेखांकित करते हुए, भारतीय पैरालंपिक समिति (PCI) के अध्यक्ष/पदाधिकारी (अपेक्षित नाम यहाँ डालें) ने कहा, “कृष्णा नागर लगातार दुनिया को दिखा रहे हैं कि वह एसएच6 कैटेगरी के सबसे बेहतरीन एथलीटों में से एक हैं। उनका समर्पण और खेल भावना अतुलनीय है। यह दोहरी सफलता न केवल उनके व्यक्तिगत करियर में मील का पत्थर है, बल्कि यह भारत के पैरा-बैडमिंटन को वैश्विक मानचित्र पर और मज़बूती से स्थापित करती है। हम उन्हें भविष्य की प्रतियोगिताओं, विशेष रूप से अगले पैरालंपिक के लिए शुभकामनाएँ देते हैं।”

कृष्णा नागर की यह जीत दर्शाती है कि दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन से शारीरिक चुनौतियों को पार किया जा सकता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया जा सकता है। यह उपलब्धि एक बार फिर साबित करती है कि भारत खेल के क्षेत्र में एक पैरा-स्पोर्ट्स पावरहाउस बनने की राह पर अग्रसर है।

कृष्णा नागर अब स्वदेश लौटकर आगामी महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए अपनी तैयारियों में जुटेंगे, जहाँ उनसे इसी तरह के शानदार प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है।

Related Articles

Back to top button